चीन के बाद अब नेपाल भी भारत पर अतिक्रमण कर रहा है। नेपाल ने भारत की 5 हेक्टेयर जमीन पर अपना कब्जा कर लिया है।
आपको बता दे कि पुराने समय से भारत और नेपाल के बीच मधुर संबंध रहे हैं उत्तराखंड के पिथौरागढ़ सीमांत क्षेत्र से नेपाल और उत्तराखंड के बीच रोटी बेटी का भी नाता रहा है।
आज भी नेपाल सीमा पर उत्तराखंड के ग्रामीण रोजगार के काम कर रहे हैं लेकिन लगता है ड्रैगन के बाद अब नेपाल भी भारत के खिलाफ दुस्साहस कर रहा है वन विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत नेपाल सीमा पर नेपाल ने भारत की पांच हेक्टेयर जमीन पर अतिक्रमण किया हुआ है।
अतिक्रमित जमीन पर पक्के मकानों के साथ ही अस्थाई झोपड़यिां और दुकानें बनी हुई हैं। इसे लेकर कई बार विवाद हो चुका है।
उत्तराखंड में भारत-नेपाल सीमा पर भारतीय भूमि में वर्षों से नेपाल का अतिक्रमण बढ़ता गया है। अब तक भारत की पांच हेक्टेयर भूमि पर नेपाल अतिक्रमण कर चुका है। जिसकी रिपोर्ट एसएसबी के साथ ही वन विभाग ने शासन और गृह मंत्रालय को भेजी है।
वन विभाग के मुताबिक टनकपुर की शारदा रेंज से लगी भारत-नेपाल सीमा के शारदा टापू समेत ब्रह्मदेव में कई जगहों पर 30 सालों से अतिक्रमण होता आया है।
बताया जा रहा है कि साल 1995 से पहले ही भारत की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा होता रहा। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि भारतीय वन क्षेत्र का करीब पांच हेक्टेयर में नेपाल का इस वक्त अतिक्रमण है। जिसे नेपाल अपना बताते आया है। जबकि इस भूमि को लेकर कई बाद सीमा विवाद हो चुका है। इस अतिक्रमण वाली जगहों पर नेपाल के पक्के मकानों के साथ ही अस्थाई झोपड़यिां और दुकानें बनी हुई हैं।
हालांकि एसएसबी और वन विभाग ने अपने स्तर से अतिक्रमण की रिपोर्ट शासन को भेजी है। एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट अभिनव तोमर ने बताया कि हाल में कोई अतिक्रमण नहीं हुआ है। लेकिन नेपाल के अतिक्रमण की रिपोर्ट उच्च स्तर पर भेजी है। अब सर्वे ऑफ इंडिया और सर्वे ऑफ नेपाल की टीमें ही इसका हल खोजेंगी।