उत्तराखंड क्रांति दल ने कण्व भूमि, कण्व आश्रम कोटद्वार से भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड जनसंवाद यात्रा यूकेडी के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डा.शक्ति शैल कपरवाण के नेतृत्व में आरंभ की ।
इस अवसर पर कण्व आश्रम से लेकर त्रिलोकपुर तक जनसंवाद, जनसंपर्क कार्यक्रम किया गया व कण्वाश्रम और कलालघाटी में जनसभा का आयोजनकिया गया।
भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड जन संवाद यात्रा का शुभारंभ करते हुए यूकेडी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर शक्ति शैल कपरवाण ने कहा कि यूकेडी भर्ती भ्रष्टाचार से पीड़ित बेरोजगारों, युवाओं और छात्रों को न्याय दिलाने और दोषियों को सजा दिलाने तक संघर्ष करेगी।
उन्होंने कहा कि यूकेडी ने 43 साल पहले उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन आरम्भ किया था, निरंतर संघर्ष करने के बाद उत्तराखंड राज्य बनायाऔर आज पौराणिक स्थान कण्श्रवाम से भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड बनाने और उत्तराखंड को बचाने के उद्देश्य से जनसंवाद यात्रा आरंभ की गई है हमें विश्वास है कि जनता के सहयोग से यह जन संवाद यात्रा सफल होगी ।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में चारों तरफ भ्रष्टाचार और निराशा का वातावरण है बेरोजगार, युवा ,छात्र निराश हैं। सरकार ईमानदारी और पारदर्शी ढंग से काम करने में असफल हो गई है।
डा.शक्ति शैल कपरवाण ने मांग की कि भर्ती घोटाला में यूकेडी सीबीआई की जांच कर दोषियों को जेल भेजने और भ्रष्टाचार के पैसे की वसूली कर राजकोष में जमा करने की मांग कर रही है और यह मांग तब तक रहेगी जब तक दोषी राजनेताओं और अधिकारीयों को जेल न होजाय।
जनसंवाद यात्रा के संयोजक जगदीपक रावत ने कहा कि जनसंवाद यात्रा संपूर्ण महानगर के 40 वार्डों में जन जन तक पहुंचेगी और उसके बाद एक महायात्रा और तहसील तक जाएगी।
इस अवसर पर यूकेडी के केन्द्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत ने कहापहले सरकारने जल जंगल जमीन उत्तराखंड वासियों से छीनी और अब सरकारी नौकरी छीन ली हैं, जिससे जनता में आक्रोश है । ,उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष पितृ शरण जोशी ने कहा कि 40 साल पहले उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत कण्व आश्रम से हुई थी और अब उत्तराखंड बचाने का आंदोलन भी यहीं से आरंभ हो रहा है जिसमें हमें अवश्य विजय मिलेगी।
केंद्रीय संगठन मंत्री हरीश द्विवेदी ने कहा कि जनसंवाद यात्रा को सफल बनाने के लिए हमें यूकेडी का संगठन ग्रास रूट तक मजबूत बनाना है ,।
इस अवसर पर कोई विनय भट्ट, पुष्कर रावत सतेंद्र नेगी, प्रकाश बमराडा़, अनिल कुमार,विक्रम रावत,देवी प्रसाद ममगांई, दिनेश गौड़,आदि ने विचार व्यक्त किए।