पहाड़ों में अपने संसाधनों से हर घर खाद्यान्न सामग्री बांट रहे युवा
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली। प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन बढ़ाने की केंद्र को सिफारिश भेजी है। ऐसे में सबसे बड़ा संकट उन परिवारों पर आन पड़ा है। जहां कमाने वाला एक है, वो भी दैनिक मजदूर और खाने वाले पूरा परिवार। सरकार की ओर से भी प्राथमिक खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत आने वाले परिवारों को तीन माह का निःशुल्क राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। लेकिन कई परिवार ऐसे भी हैं जो प्राथमिक खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत तो नही आते लेकिन इन परिवारों की स्थिति भी लॉकडाउन में रोजगार ठप पड़ जाने के चलते दयनीय बनी हुई है।
उत्तराखंड और देशभर में ऐसे दैनिक मजदूरी वाले परिवारों की मदद के लिए सामाजिक संस्थाएं, एवं जिला प्रशासन राशन किट की व्यवस्था कर रहा है। वहीं थराली क्षेत्र में युवाओं ने भी ऐसे परिवारों की मदद के लिए अपना हाथ बढ़ाया है। थराली क्षेत्र में चार युवाओं ने आज ऐसे परिवारों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया और 33 परिवारों को राशन किट उपलब्ध करवाई। बताना जरूरी होगी कि, चौण्डा गांव के मनोज कुमार, अभिषेक आर्य, संजीव बुटोला, और देवलकोट निवासी दिग्पाल गुसाईं ने चौण्डा, सुनला, काखड़ा, रायकोली, किमनी, देवलकोट में घर-घर जाकर असहाय, वृद्ध, विधवा एवं जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री वितरित की।
इन युवाओं ने अपने स्वयं के संसाधनों से आपस में पैसा इकठ्ठा कर जरूरतमंदों तक राशन किट उपलब्ध करवाने का कार्य किया। ताकि हर घर में चूल्हा जल सके और इस लॉकडाउन में कोई भूखा न रह जाये। इन युवाओं ने बातचीत में बताया कि, लॉकडाउन के चलते कई लोगो का रोजगार ठप पड़ा है और ये वो लोग हैं जो दैनिक मजदूरी पर ही निर्भर हैं। ऐसे में कई परिवारों की आर्थिक स्थिति पर लॉकडाउन का असर पड़ा है। जिसको दूर करने का एक छोटा सा प्रयास हमारे द्वारा किया जा रहा है।