दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाने के मामले में पुलिस ने 36 FIR दर्ज की हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक 100 में से बाकी FIR दूसरे पोस्टर्स को लेकर दर्ज की गई थीं। सभी केस प्रिंटिंग प्रेस एक्ट और प्रॉपर्टी डिफेसमेंट एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं।
वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) के ऑफिस से निकलते हुए एक वैन से भी पोस्टर जब्त किए गए। इस केस में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक दिल्ली के कुछ हिस्सों में ‘मोदी हटाओ देश बचाओ’ नारों वाले पोस्टर लगे थे। इन पोस्टरों में प्रिंटिंग प्रेस का ब्योरा नहीं था।
IP स्टेट थाने के एक कॉन्स्टेबल ने पप्पू मेहता नाम के एक शख्स को पोस्टर लगाते हुए पकड़ा था। पप्पू के पास 38 बंडल पोस्टर मिले थे।
आम आदमी पार्टी ने पूछा- पोस्टर में आपत्तिजनक क्या है
इधर, आम आदमी पार्टी ने पुलिस कार्रवाई को तानाशाही बताया है। पार्टी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा- मोदी सरकार की तानाशाही चरम पर है। पोस्टर में ऐसा क्या आपत्तिजनक है, जो इसे लगाने पर मोदी जी ने 100 FIR कर दीं? PM मोदी आपको शायद पता नहीं, पर भारत एक लोकतांत्रिक देश है, एक पोस्टर से इतना डर क्यों?
आप नेता गोपाल राय न प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी गुरुवार से देश भर में मोदी हटाओ, देश बचाओ अभियान शुरू कर रही है। वहीं दिल्ली के जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन में अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब CM भगवंत मान भी शामिल होंगे। पकड़े गए लोगों ने बताया- 50 हजार पोस्टर का ऑर्डर था स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस दीपेंद्र पाठक ने बताया, ‘दो प्रिंटिंग प्रेस फर्म को ऐसे 50-50 हजार पोस्टर बनाने का ऑर्डर मिला था। कंपनियों से जुड़े कर्मचारियों ने रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक इनमें से कई पोस्टर शहर के अलग-अलग इलाकों में लगाए। पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस का नाम प्रकाशित न करने के आरोप में मालिकों को गिरफ्तार किया है।‘ 17 मार्च को पोस्टर छापने का ऑर्डर मिला था
दिल्ली पुलिस ने बताया कि 17 मार्च को पोस्टर छापने का ऑर्डर मिला था। उसके बाद ये पोस्टर 19 मार्च की रात अलग-अलग लोगों को चिपकाने के लिए दिए गए थे। पोस्टर चिपकाने का काम 20 मार्च की सुबह तक चला।