महिला दरोगा की दबंगई। तहसीलदार पर जमाया आर्डर
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। पुलिस को अनुशासन के लिए जाना जाता है। किंतु गुरुवार दोपहर में एक महिला दरोगा ने तहसीलदार के आने के बाद भी कुर्सी से उठने की जहमत नहीं उठाई। जबकि तहसीलदार एक मजिस्ट्रेट होता है। तहसीलदार ने किसी का चालान छोड़ने की बात महिला दरोगा से की थी। दरअसल महिला दरोगा की दबंगई का एक वीडियो वायरल हो गया है।जिसमें महिला दरोगा तहसीलदार को अपनी दबंगई दिखाती नजर आ रही है।
कोटद्वार थाने में पदस्थ महिला दरोगा पूनम शाह की ड्युटी गुरुवार को झंडाचौक पर चल रही थी। इसी दौरान उन्होने एक गाडी वाले को पकडा और उसका चालान काटने लगी।तभी वहाँ पर मौजूद तहसीलदार डीएस रावत वहाँ पर पहुँचेर और महिला दरोगा से चालान छोडने की विनती करने लगे।तहसीलदार की विनती को देखते हुए महिला दरोगा अनुशासन ही भूल गई। उन्होने तहसीलदार को सम्मान देना भी उचित नहीं समझा। महिला दरोगा कुर्सी पर बैठे-बैठे आर्डर जमाती हुई दिखी। जानकारो के अनुसार तहसीलदार एक उच्च अधिकारी होता है, और वह जमीनी विवादो में मजिस्ट्रेट की भूमिका निभाता है।