बड़ी खबर: स्नेहम वीकेंड समर कैंप की विधिवत शुरुआत, विभिन्न संस्थाओं से जुड़े विषय विशेषज्ञों द्वार सहयोग..
देहरादून: स्नेहम वीकेंड समर कैंप की विधिवत शुरुआत विभिन्न संस्थाओं से जुड़े विषय विषेशज्ञों के सहयोग से की जा रही है। जिसमें स्पेक्स देहरादून, स्पीकिंग क्यूब,कूमांचल सांस्कृतिक परिषद,उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय,उत्तरांचल यूनिवर्सिटी,श्रीदेव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सटी, इरादा फाउंडेशन, ग्रासरूट अवेयरनेस एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट फॉर सोसायटी, संभव मंच परिवार, अनुकृति समाज सेवा समिति,श्रमयोग सहित विभिन्न सहयोगी संस्थाएं सम्मिलित हैं।
कैम्प की शुरुवात ईश्वर को साक्षी मान सामूहिक प्रार्थना से करवाई जा रही है। अन्य गतिविधियों में शारीरिक व्यायाम, सरल योगाभ्यास व आसन, बटन लगाने व खोलने का अभ्यास, स्टेम की गतिविधि में मानव शरीर की बनावट व पक्षियों के अंगों की बनावट को समझना व उनके अंगों को जोड़ना, पोट पेंटिंग के माध्यम से आजीविका संवर्धन, डोलक व झुनझुने को एक ताल में बजाने के साथ गीत संगीत के माध्यम से बच्चों की एकाग्रता के साथ मनोरंजन भी करवाया जा रहा है। इन सभी गतिविधियों में शामिल सभी बच्चे अपनी गतिविधि पूर्ण करने पर अपने अपने तरीके से खुशी का इज़हार भी करते हैं।
स्नेहम से जुड़े सभी स्वयं सेवकों द्वारा प्रत्येक गतिविधि का एक – एक बच्चे को लेकर असिसमेंट भी किया जा रहा है। इन गतिविधियों में सम्मिलित डॉ धीरज गोयल द्वारा योगाभ्यास, डॉ बृजमोहन शर्मा झुनझुने को तालबध बजाने का अभ्यास, दया राम लखेडा व नीरज उनियाल द्वारा शारीरिक क्षमता अनुसार व्यायाम , अशोक कुमार व श्रुति व्यास द्वारा स्टेम एक्टिविटी, सौम्या डबराल द्वारा पोट पेंटिंग , चंद्रा आर्य द्वारा प्रार्थना अभ्यास, पंडित मोहन जोशी द्वारा संगीत अभ्यास करवाया जा रहा है ।
कैम्प में मुख्य रूप से कूमांचल सांस्कृतिक परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष कमल रजवाड़, किसान मोर्चा के अध्यक्ष व समाज सेवी जोगिंद्र पुंडीर, वरिष्ठ एडवोकेट राहुल राजवंशी, ग्रासरूट अवेयरनेस एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट फॉर सोसायटी से अनुज शर्मा, प्रज्ञा भारद्वाज, श्रेया, गुंजन, श्रमयोग से डॉ ० अजय जोशी, विक्रम सिंह, राम तीरथ मौर्या आदि अपना योगदान इस कैंप में सक्रिय रूप से रहे हैं। सभी गतिविधियों को डॉ दीपिका चमोली की देखरेख में व उनके दिशानिर्देश में करवाया जा रहा है। स्नेह्म की समस्त गतिविधियां वैज्ञानिक विधि से तैयार कर विषय विशेषज्ञों की देखरेख में बाल केंद्रित कर स्पेस्ल नीड बच्चों के लिए करवाई जा रही है।