उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक ऐसी रामलीला का मंचन हो रहा है, जो महिला सशक्तिकरण की मिसाल कायम कर रही है. जी हां, देहरादून जनपद के डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नकरौंदा में महिला रामलीला का मंचन हो रहा है. इसमें सभी अहम किरदार महिलाएं ही निभा रही हैं. उनके मंचन को देख लोग भी अचंभित हो रहे हैं. साथ ही जमकर तारीफ भी कर रहे हैं.
देहरादून में महिला रामलीला का मंचन.
देहरादून: एक दौर ऐसा भी था, जब रामलीला के मंचन में पुरुष कलाकारों का ही वर्चस्व रहता था. पुरुष ही सीता, मंदोदरी, कैकई समेत अन्य महिलाओं के पात्र निभाते थे, लेकिन उत्तराखंड के राजधानी देहरादून में एक ऐसी रामलीला का मंचन हो रहा है, जहां महिलाओं ने इस परंपरा को तोड़ा है. यहां रामलीला में सभी पात्र महिलाएं ही निभा रही हैं. भगवान राम, लक्ष्मण और सीता समेत अन्य किरदार में महिलाएं नजर आ रही हैं. उनके किरदार को लोग खूब सराह भी रहे हैं.
दरअसल, देहरादून में महिला रामलीला का मंचन बीती 22 नवम्बर से हो रहा है, जो आगामी 2 दिसम्बर तक चलेगी. इस महिला रामलीला की खास बात ये है कि 10 साल से लेकर 70 साल तक की महिलाएं रामलीला का मंचन कर रही हैं. इसके लिए करीब 40 महिलाओं ने एक महीने तक रिहर्सल की. साथ ही गायन, श्रृंगार आदि के जरिए विभिन्न किरदारों में जान डालने की कोशिश की. आखिरकार रिहर्सल का वही हिस्सा असल में स्टेज पर उतर आया है. पहले दिन से ही हर किरदार को महिलाएं बखूबी मंचन कर रही हैं.
महिलाएं निभा रही बखूबी अपना किरदारः
महिला रामलीला के आयोजकों का कहना है कि उनका प्रयास था कि महिलाएं भी मंचन में आगे आएं. इसके लिए उन्होंने महिलाओं की प्रतिभा को तराशने का काम किया और अब रामलीला का मंचन चल रहा है. जिसमें महिलाएं बखूबी अपना किरदार निभा रही हैं. वहीं, रामलीला में अलग-अलग किरदार निभा रही महिला पात्रों का कहना है कि इस रामलीला का मकसद महिलाओं को एक नया मंच देना है. ताकि, वो भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकें.
लता रावत निभा रहीं राम का किरदारः
वहीं, भगवान श्री राम का किरदार निभा रहीं लता रावत का कहना है कि वो पहली बार श्री राम का किरदार निभा रही हैं. लता रावत बताती हैं कि रामलीला का मंचन करने पर उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा है. उन्होंने रामलीला के लिए काफी रिहर्सल की है. अब वो खुद से और बेहतर करने का प्रयास भी कर रही हैं. लता रावत का मानना है कि आज पुरुषों से महिलाएं कम नहीं हैं.
सीता का किरदार निभा रही है – सलोनी का कहना कि माता सीता का किरदार निभाना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है।
लक्ष्मण के किरदार में संतोषी रावत
संतोषी रावत का कहना है कि आज तक उन्होंने छोटे-छोटे कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है, लेकिन पहली बार रामलीला के मंच पर लक्ष्मण का किरदार निभाने का मौका मिला है. इससे उन्हें बहुत अच्छा महसूस हो रहा है.
दर्शकों को भा रहा शानदार और सजीव अभिनयः
यह रामलीला रोजाना रात 8 बजे से लेकर रात 12 बजे तक चलती है. शानदार और सजीव अभिनय दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. खासकर महिलाएं काफी संख्या में इस रामलीला को देखने और कलाकारों का उत्साह बढ़ाने के लिए पहुंच रही हैं. दर्शकों का मानना है कि यह रामलीला महिलाओं को और सशक्त एवं मजबूत बनाने का काम करेगी
कौशल्या के रूप में निर्मला खुगशाल
दुर्गा महिला रामलीला की फाउंडर निर्मला खुगशाल एवं लता रावत संतोषी रावत, रेखा थपलियाल, सुलोचना istwal एवं कलावती नेगी
प्रभु श्रीराम के रूप में – लता रावत
लक्ष्मण – सन्तोषी रावत
सीता – सलोनी
दशरथ – शशी सती।
रावण – सुलोचना इष्टवाल
जनक – शकुन्तला
हनुमान – अशोक सिंह नेगी
बाली – सीता रावत
सुग्रीव नीता रावत
अंगद सुमिता जोशी
परशुराम बसन्ती गोस्वामी
सूर्पणखा मीना वासकण्डी
केकई बबीता रावत
कौशल्या निर्मला खुगशाल
सुमित्रा विनीता नेगी
शिवज बसन्ती गोस्वामी
पार्वती- देवेश्वरी गौड
ब्रह्मा विनीता नेगी
स्टेज डायरेक्टर
सत्य प्रकाश गोड़
देवसिंह नेगी
स्टेज साज सज्जा
विमल गुसांई
एवं शोभित बद्री, मीडिया प्रभारी रेखा थपलियाल,
दुर्गा महिला रामलीला व्यवस्थापक- पृथ्वी पाल सिंह नेगी, व्यवस्थापक/ समन्वयक देवेन्द्र सती
माधोसिंह नेगी, भगवती प्रसाद गुसाई, किशनसिंह रावत
रामलीला संग्रहकर्ता अभिषेक नेगी
मीडिया प्रभारी-निर्मला खुगसाल