दैनिक मजदूरी करने वाली महिलाओं के लिए आयुष्मती योजना का शुभारंभ
रिपोर्ट- अश्वनी सक्सेना
हल्द्वानी। जनपद में जिलाधिकारी सविन बंसल की पहल पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह द्वारा आयुष्मती योजना का शुभारम्भ किया गया। आयुष्मति योजना के अन्तर्गत घरों मे काम करने वाली एवं दैनिक मजदूरी करने वाली महिलायें सप्ताह भर कार्य में जाने के कारण एवं अपनी मजदूरी खोने के डर से बीमार होने के बावजूद भी समय अपना इलाज नही करवा पाती है, तथा गरीब होने के कारण निजी चिकित्सालयों में सेवा लेने में भी असमर्थ होती है। गरीब, अशिक्षा जानकारी व जागरूकता के अभाव मे तथा दैनिक आधार पर स्वास्थ्य से समझौता करने के कारण स्वास्थ्य देखभाल मे लापरवाही के कारण इन महिलाओे मे स्वास्थ्य एवं पोषण सम्बन्धित अनेक गम्भीर बीमारियों के होने की सम्भावना होती है।
इसको दृष्टिगत रखते हुये मुख्यमंत्री द्वारा घरों मे काम करने वाले एवं दैनिक मजदूरी करने वाली इन महिलाओं के लिए जनपद मे जिलाधिकारी की पहल पर आयुष्मति योजना लांच की गई। आयुष्मति योजना के अन्तर्गत ऐसी घरेलु, मजदूरी, कामकाजी महिलाओें का स्वास्थ्य परीक्षण हेतु विशेष कैम्प लगाये जायेंगे तथा कैम्प मे निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही जांचें, दवाये, नैपकीन आदि के साथ ही पौष्टिक आहार किट का भी वितरण किया जायेगा। इस हेतु जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला कार्यक्रम एवं बाल विकास अधिकारी आपसी समन्वय कर विशेष स्वास्थ्य कैम्पोें को लगाने की व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये
उन्होने कहा कि, इसके अतिरिक्त धनराशि की जरूरत पडे तो प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी बंसल ने मंगलवार देर रात बैठक लेते हुये कहा कि, घरों मे काम करने वाली, मजदूरी करने वाली महिलाओं हेतु विशेष स्वास्थ्य शिविरो का आयोजन हल्द्वानी के स्लम एरिया से प्रारम्भ किया जायेगा। जिसमे राजपुरा व राजेन्द्र नगर में शीघ्र विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे। इसके लिए उन्होने अर्बन हैल्थ सेन्टर राजपुरा मेें सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला कार्यक्रम एवं बाल विकास अधिकारी को दिये।
उन्होने कहा कि, माह मे एक दिन घरों मे काम व मजदूरी करने वाली महिलाओ का स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा। सरकारी चिकित्सालय मे प्राथमिकता से स्वास्थ्य परीक्षण उपलब्धता हेतु प्रत्येेक महिला को एक यूनिक आईडी कार्ड आईसीडीएस द्वारा दिया जायेगा, ताकि उन्हें लाइनों मे ना खडा होना पडे। गम्भीर रोग से ग्रसित महिलाओं का उपचार आवश्यकता पडने पर निजी चिकित्सालय में कराया जायेगा। जिसका व्यय एनएचएम से वहन किया जायेगा। ऐसी महिलाओें के पोषण स्तर के सुधार के लिए आवश्यकतानुसार आयरन व अन्य पोष्टिक सामग्री का भी वितरण किया जायेगा। उन्होने कहा कैम्पों मे स्पेशलिस्ट चिकित्सकोें के साथ ही मेडिकल मोबाइल वैन भी उपलब्ध रहेगी।