पुलिस-प्रशासन की नाक के नीचे जोरों पर हो रहा अवैध खनन
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। तहसील क्षेत्र में रात्री दस बजे से सुबह सात बजे तक अवैध रूप से मिट्टी का खनन जोरों पर चल रहा है। सब कुछ पुलिस व प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है। लेकिन प्रशासनिक अमला शांत बैठा हुआ है। पूरे तहसील क्षेत्र में ट्रैक्टर लगा कर खनन माफिया शासन के दिशा निर्देशो की धज्जियां उड़ा रहे है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने से खनन माफियाओं के हौसले बुलंदी पर है। जिससे साफ होता है कि, पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत के कारण यह सब सम्भव हो पा रहा है।
शासन द्वारा चार माह के लिए नदियों में चैनेलाइजिंग के नाम पर खनन खोल रखा था, किंतु शासन द्वारा अब इसे बंद कर दिया है।
खनन के लिए शासन से आवश्यक दिशा निर्देश भी प्रशासनिक अमले को दी गई है। इसके बाद भी कोटद्वार तहसील क्षेत्र में पुलिस, तहसील प्रशासन की अनदेखी व मिली भगत के चलते मिट्टी खनन का कार्य बे रोक-टोक चल रहा है। खनन माफिया खुलेआम ट्रैक्टर-ट्राली पर मिट्टी लाद कर क्रय-विक्रय कर रहे है। क्षेत्र के कई लोगों ने इस बाबत तहसील व पुलिस प्रशासन से शिकायत भी की , लेकिन खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई न होने से उनके हौसले बुलंद है। अवैध रूप से खनन के बाद लदी मिट्टियां लेकर रोड पर चलने वाले ट्रैक्टर चालकों की रफ्तार इतनी तेज होती है कि, अक्सर हादसे भी होते है। इसके बाद भी इन अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
वहीं इस बाबत पूछे जाने पर उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा का कहना है कि, अब तक कहीं से अवैध खनन की शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर अवैध खनन में लिप्त लोगों के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई गाडी नदी में जा रही है तो वह विधी का उल्लघंन है। अवैध खनन को रोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर टीम बनाई गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप राय ने बताया कि, यह राजस्व विभाग का मामला है। जब राजस्व विभाग हमसे पुलिस बल मांगेगा तो हम उन्हें पुलिस बल उपलब्ध करायेगें।