रिपोर्ट/सतपाल धनिया
विकासनगर:-
सहसपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत गुरु राम राय इंटर कॉलेज के बाहर लगा अवैध बाजार अब नासूर बनता जा रहा है| इस अवैध बाजार से जहां एक ओर पठन पाठन प्रभावित हो रहा है तो वही दूसरी ओर कॉलेज के बाहर जाम के हालात पैदा होने शुरू हो गए है| इंटर कॉलेज के बाहर दो दर्जन से अधिक दुकानें अवैध रुप से लगाई गई है| इस अवैध बाजार की वजह से नौनिहालो क़ा जीवन खतरे में, शिक्षा क़ा मंदिर खतरे में, खंड विकास कार्यालय खतरे में, बिजली घर खतरे में, बैंक खतरे में, राजकीय कृषि निवेश भंडार , पशु चिकित्सालय , खाद्य विभाग सहित दर्जनो सरकारी दफ्तर व इनमे कार्यरत कर्मचारी अधिकारी अध्यापन हेतु आने वाले हजारो छात्र छात्राओ क़ा जीवन खतरे में है|
वजह है अतिक्रमण, अवैध बाजार हम यह यू ही नहीं कह रहें है,ऐसा वास्तव में है| तस्वीरो में जो हालात दिखाई दे रहें है, यह किसी महामारी से खतरनाक नहीं है| सहसपुर थाना पुलिस के अधिकारियों जिलाधिकारी देहरादून को भी इस अवैध बाजार औऱ अतिक्रमण हटाने के लिऐ शिकायती पत्र कई बार दिये गए है| लेकिन सभी इन अतिक्रमणकारियों के सामने नतमस्तक है य़ा यू कहें एक बड़ी घटना य़ा हादसा होने क़ा इंतज़ार किया जा रहा है
देखें यह खास रिपोर्ट
सहसपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे गुरु राम राय इंटर कॉलेज के सामने एक अवैध बाजार लगाया जा रहा है| जिस वजह से स्कूली छात्र छात्राओं क़ा जीना मुहाल हो गया है बच्चे डर के साये में पठन पाठन कर रहें है| अवैध बाजार में खड़े मनचले छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करते है| फब्तियां कसते है, छात्र छात्राओं की जब छुट्टी होती है तो डर के साये में सड़क पर चलना पड़ता है|
अतिक्रमणकारियों ने इंटर कॉलेज के बाहर पूरी सड़क पर कब्जा किया हुआ है| पैदल चलने की जगह भी नहीं बची है, बच्चों को सड़क पर पैदल चलना पड़ता है सड़क पर भारी यातायात है| कब कोई वाहन किसी भी स्कूली बच्चे को अपनी चपेट में ले ले| कब कोई वाहन किसी छात्र छात्रा को मौत के मुंह में पहुंचा दे क़हा नहीं जा सकता |
मनचले व शरारती तत्व कॉलेज के अंदर मल मूत्र त्यागते है, गंदगी फैलाते है, जिससे छात्राओं व कॉलेज में पढ़ा रही महिला अध्यापिकाओ को असहज होना पड़ता है| कॉलेज के बाहर लगी कपड़ो सब्जी जूते रस की ठेली वाले जोर जोर से चिल्लाते है, जिससे स्कूल में पढ़ाई प्रभावित होती है| साथ ही स्कूल के बाहर ही अवैध रुप से मांस की दुकान भी खोली गई है, जिसमे जिंदा मुर्गों बकरों व मछली को भी काटा जाता है|
कई बार कॉलेज प्रशासन ने सहसपुर थाना पुलिस कप्तान जिलाधिकारी देहरादून को इस अवैध बाजार को हटाने की गुहार लगाई है| लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं है औऱ धीरे धीरे कॉलेज क़ा माहौल खराब होता जा रहा है| एक हजार छात्र संख्या वाला कॉलेज होने के बावजूद भी कॉलेज के बाहर ऐसी अव्यवस्था कभी भी किसी बड़ी घटना क़ा कारण बन सकती है| किसी भी छात्र छात्रा के साथ अपहरण जैसी वारदात हो सकती है |बताया यह भी जा रहा है कि, नशेड़ी कॉलेज के बाहर हमेशा डटे रहते है|
हालाँकि कॉलेज से चंद कदम की दूरी पर ही पुलिस थाना है| पुलिस के सिपाही व थानाध्यक्ष उपजिलाधिकारी विकासनगर सहित तमाम विभागो के बड़े अधिकारी यहां से होकर गुजरते है, लेकिन किसी को भी इतना बड़ी अव्यवस्था दिखाई नहीं दे रही है| गुरु राम राय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अध्यापक जयंत कुमार सिंह छात्रा अंजलि भाटिया सहित सैकड़ों ग्रामीण राहगीर छात्र छात्राओं द्बारा इस अवैध बाजार से होने वाली परेशानियों को शासन प्रशासन के सामने रखा | कई बार लिखित शिकायत भी दी गई, लेकिन कोई भी नासूर बने इस अवैध बाजार पर कार्यवाही करने के लिऐ तैयार नहीं है| अवैध बाजार की वजह से कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है यहां कभी इक्का दुक्का दुकान ही लगती थी लेकिन धीरे धीरे अतिक्रमणकारियों ने पूरा बाजार ही स्थापित कर दिया है| भविष्य में शासन प्रशासन को यह बाजार हटाने में लोहे के चने चबाने पड़ेंगे |
सहसपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर जहां यह अवैध बाजार लगाया गया है| वही खंड विकास कार्यालय, बिजली घर ,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र , पशु चिकित्सालय , राजकीय कृषि निवेश भंडार , हिलान्स सारस मार्केटिंग सेंटर , वन विभाग चैक पोस्ट , उध्यान विभाग कार्यालय , खाद्य विभाग कार्यालय , लॉक निर्माण विभाग क़ा गेस्ट हॉउस सहित कई महत्त्वपूर्ण सरकारी दफ्तर है| शाम के समय जब कार्यालय बंद होते है औऱ सभी कर्मचारी अधिकारी अपने घरों को जाते है तो जहां अवैध बाजार लगाया गया है वहा जाम जैसा माहौल हो जाता है|
पूर्व प्रधान सुंदर थापा क़ा यह कहना है कि, अतिक्रमणकारियों से अतिक्रमण करने के नाम पर अवैध वसूली की जाती है| जिस वजह से कोई भी अतिक्रमण औऱ अवैध बाजार को नहीं हटा पा रहा है| आखिर अवैध वसूली क़ा पैसा किसके पास जा रहा है यह भी बड़ा सवाल है| अवैध बाजार ना हटने से स्थानीय पुलिस व प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहें है|
तो वही जब इस अवैध अतिक्रमण के बारें में उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल से पूछा गया तो उनक़ा वही रटा रटाया जवाब सुनने को मिला कि, जल्द ही अतिक्रमण हटाया जायेगा लेकिन हटेगा कब यह कोई नहीं जानता|
हाईकोर्ट ने सख्त निर्देश दिये है कि, किसी भी मार्ग य़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसी भी तरह क़ा कोई अतिक्रमण नहीं किया जायेगा| बावजूद इसके हालात बहुत खराब है, लेकिन सभी जिम्मेदार विभाग हाईकोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ते हुए देख रहें है य़ा यू क़हा जाये कि, स्थानीय प्रशासन को हाईकोर्ट के आदेशों की कोई परवाह है ही नहीं |
साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस अवैध बाजार ओर अतिक्रमण को होता हुआ चुपचाप देख रहें है क्योंकि आगामी विधानसभा में एक बड़ा वोट बैंक खिसकने क़ा खतरा स्थानीय विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों को डरा रहा है|