दुखद:गैरसैंण जंगल में आग बुझाने गए वृद्ध की जलाकर हुई मृत्यु
गैरसैंण तहसील क्षेत्रांतर्गत गडोली गांव के वृद्ध रघुवीर लाल को क्या पता था कि जंगल की जिस आग को बुझाने वह जा रहे हैं, उनकी उसी में जलकर मौत हो जाएगी। वह तो पास के खेत में हल चला रहे थे। वनाग्नि की भेंट चढ़े बुजुर्ग के परिजनों में यह सुनते ही कोहराम मच गया और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
यह दर्दनाक घटना गत दिवस मंगलवार को घटी। जानकारी के अनुसार तहसील गैरसैंण के अंतर्गत गडोली गांव के करीब ६५ वर्षीय वृद्ध रघुवीर लाल पुत्र हिंवाराम अपने खेतों में हल लगा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि पास के सौनियाणा गांव का जंगल वनाग्नि से धधक रहा है। वह हल छोड़ जंगल की ओर आग बुझाने दौड़ पड़े। वह प्रयास कर ही रहे थे कि इसी बीच वह आग की लपटों के बीच बुरी तरह घिर गए और स्वयं को नहीं बचा सके और उनकी जान चली गई।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस टीम के साथ ही वन कर्मी मौके पर पहुंचे। रेंजर प्रदीप गौड़ द्वारा बताया गया कि किसी अज्ञात ने सुबह के समय आग लगाई गई। मृतक रघुवीर पीडब्ल्यूडी के गेंग मेट से रिटायर थे।
वह अपने पीछे अपनी पत्नी, पुत्र, बहू और तीन पोते छोड़ गए हैं, जबकि तीन लड़कियों की शादी हो चुकी है।
केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अमित कंवर ने बताया कि गैरसैंण तहसील के लोहबा रेंज के अंतर्गत सौनियाणा गांव के समीप सिविल नापभूमि में आग बुझाते हुए 65 साल के एक व्यक्ति की आग में जलकर मौत हुई है। घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस मौके पर पहुंचे। लोहबा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप गौड़ ने बताया कि आग सिविल नापभूमि में लगी थी। 65 साल के रघुवीर लाल की आग में जलकर मौत हुई है।
डीएफओ ने बताया कि केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग गोपेश्वर की लोहबा रेंज द्वारा जंगलों में लगातार गस्त की जा रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति जंगलों में लाग न लगा सके। अगर कोई जंगलो में आग लगाता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। श्री कंवर ने बताया कि केदारनाथ वन प्रभाग के अंतर्गत अब तक तीन लोगों के खिलाफ वनाग्नि लगाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।