सिमलसैण के ग्रामीण करेंगे 2022 विधानसभा चुनाव का बहिष्कार
– सिमलसैणं गाँव के नीचे भूस्खलन लगातार जारी
– ग्रामीणों ने बीआरओ व प्रशासन पर लगाया अनदेखी का आरोप
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली। नगर पंचायत थराली के अंतर्गत कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिमलसैणं गांव के पास विगत दो दिनों से हो रहे भूस्खलन के कारण ग्रामीणों को भारी खतरा उत्पन्न हो गया हैं।
इस भूस्खलन के लिए नागरिकों ने बीआरओ को जिम्मेदार ठहराते हुए सुरक्षात्मक उपाय किए जाने की मांग की हैं।
सिमलसैण के नागरिक बाला दत्त चंदोला, गिरीश चन्द्र, जयंती प्रसाद, घनानंद चंदोला, भोला दत्त, मनोज चंदोला, बिशम्बर दत्त, हरि दत्त आदि ने बताया कि, ग्वालदम-कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग के हिलसाईड़ पर सिमलसैण बसा हुआ हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले वर्षों हुए चौड़ीकरण के कारण कस्बें के निचले हिस्से में लगातार भूस्खलन होता आ रहा हैं। इस भूस्खलन को रोकने के लिए नागरिकों के द्वारा लगातार डीजीबीआर से मांग करते आ रहे हैं। किंतु बीआरओ एवं प्रशासन के द्वारा उनकी समस्या के प्रति किसी भी तरह का ध्यान नही दिया गया।
बताया कि, पिछले दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण एक बार फिर से राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन होने के कारण आवासीय मकानों को भारी खतरा उत्पन्न हो गया हैं।
बताया कि, इस संबंध में कई बार तहसील प्रशासन एवं जिला प्रशासन के आलाधिकारियों से मांग के बावजूद भी इस ओर ध्यान नही दिए जाने के कारण समस्या लगातार बढ़ती जा रही हैं।
नागरिकों ने बीआरओ से जल्द से जल्द आवादी क्षेत्र में सुरक्षात्मक उपाय किए जाने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी हैं।