डोईवाला- हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के त्वचा रोग विभाग की ओर विश्व एड्स दिवस पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान ओपीडी में आने वाले लोगों को एड्स के कारण, लक्षण, बचाव व उपचार की जानकारी दी। साथ ही लोगों में एड्स के प्रति मिथकों को दूर किया।
बुधवार को त्वचा रोग विभाग की ओपीडी आने वाले लोगों को एड्स के प्रति जागरूक किया गया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये विभागाध्यक्ष डॉ. वाई.एस. बिष्ट ने कहा कि एड्स की बीमारी एच.आई.वी. वायरस से होती है। यह वायरस मनुष्य की प्रतिरोधी क्षमता को कमजोर कर देता है। एड्स फैलने के कारण में असुरक्षित यौन संबंध, एचआईवी संक्रमित रक्त के चढ़ाए जाने पर, संक्रमित सुई के इस्तेमाल से, एचआईवी पॉजिटिव महिला की गर्भावस्था या प्रसव के दौरान या फिर स्तनपान कराने से भी नवजात शिशु को यह मर्ज हो सकता है, एचआईवी संक्रमित रोगी पर इस्तेमाल की गई ब्लेड, उस्तरा और टूथ ब्रश का इस्तेमाल करने से भी खतरा रहता है। डॉ. रश्मि जिंदल, डॉ. विशाल ठाकुर, डॉ. शीनम ने कहा कि एड्स होने पर मरीज का वजन अचानक कम होने लगता है, लंबे समय तक बुखार, काफी समय तक डायरिया बना रह सकता है, शरीर में गिल्टियों का बढ़ जाना व जीभ पर भी काफी जख्म आदि हो सकते हैं। इन लक्ष्णों के आने पर मरीज को तुरंत निकटवर्ती स्वास्थ्य केन्द्र में संपर्क कर स्क्रीनिंग करानी चाहिए। डॉ. साधना, डॉ. दीक्षिता ने लोगों को एचआइवी एड्स के विषय में जानकाारी देने के लिए पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करायी।
वहीं दूसरी ओर एसआरएचयू के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की ओर से डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लोगों को एड्स के खतरों के प्रति जागरुक किया। इस दौरान छात्रों ने लोगों को रेड रिबन भी बांटे। विभागाध्यक्ष डॉ. जयंती सेमवाल ने बताया कि इसके बाद एसआरएचयू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक शॉर्ट फिल्म के जरिये भी लोगों को एड्स के बचाव की जानकारी दी गई। इस दौरान, डॉ.विदिशा बल्लभ, डॉ. चंद्रा पंत, डॉ.प्रज्ञा सिंह, डॉ. आशी गुप्ता, डॉ. अभिषेक सिंह, डॉ. अमन मिधा, फरजाना अंसारी ने पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को एड्स के लक्ष्ण व बचाव की जानकारी दी। दूसरी ओर रूरल हैल्थ टेªनिंग सेंटर गौहरीमाफी में भी जागरूकता अभियान चलाया गया। डॉ. दीपशिखा चौधरी, डॉ. आदित्य वर्मा, आयुषी गोयल, डॉ. मेघा खरोला, रीता भट्ट, संजीत ने लोगों को बताया कि एड्स रोगी के साथ उठने बैठने से यह रोग फैलता है तो यह गलत है। यह बीमारी छुआछूत की नहीं है। साथ ही लोगों के विभिन्न सवालों के जवाब भी दिए।