चकराता के निवासी छात्रवृत्ति घोटाले की लड़ाई लड़ने वाले दौलत कुंवर ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार नही चाहती कि इस घोटाले की सही से जांच की जाए इसलिए उनकी आवाज़ दबाने के लिए उनकी बेटी को उत्तरांचल यूनिवर्सिटी से निकाल दिया गया। पिछले 3 वर्षों से उत्तराखंड सरकार sc-st के छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति जारी नहीं कर रही है क्योंकि 500 करोड़ का घोटाला आपसी सांठ-गांठ से हो गया है । इसी की लड़ाई दौलत कुंवर लड़ रहे थे और सरकार से कई बार शिकायत करने के बावजूद सरकार की तरफ से कोई आश्वासन न मिलने के कारण उन्होंने हाई कोर्ट मे इस घोटाले के खिलाफ अर्जी दायर की। जिस कारण अब दवाब बनाने के लिए उनकी पुत्री कुमारी पूजा कुवर जो कि उत्तराखंड लॉ कॉलेज में ba.llb की तृतीय वर्ष की छात्रा है उसे फीस न भरने की वजह से निकाल दिया गया।
कुँवर ने बताया कि घोटाले कि पेनल्टी हम जैसे लोग क्यो भरें आखिर सरकार जवाब दे जो छात्रवृत्ति छात्रों के लिए है वो उन्हें क्यो नही दी जा रही है। इसके साथ कुंवर ने बताया कि उनके द्वारा 1 साल की छात्रवृत्ति पहले ही ₹115000 नगद जमा कर दी गई थी लेकिन लगातार तीन साल से एक भी पैसा सरकार द्वारा ना दिए जाने पर 2 वर्ष की छात्रवृत्ति वह जमा नहीं करवा पाये जिस कारण उनकी बेटी को उत्तरांचल लॉ-कॉलेज से निकाल दिया गया है, अब बहुत जल्दी सभी छात्र और उनके माता-पिता एक साथ राज्यपाल महोदय से मिलने जाएंगे और सरकार की अनदेखी और इस बड़े घोटाले का ब्यौरा देंगे कुँवर ने बताया कि अगर उसके बाद भी उनकी बात नही सुनी जाती तो सरकार के खिलाफ पहले तो सचिवालय घेराव किया जाएगा उसके बाद सभी के द्वारा अनिश्चितकालीन धरने पर मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर बैठा जाएगा ।
आपको बतादें की हाईकोर्ट में मामला जाने के बाद इसमें एक जांच कमेटी का गठन किया गया संजय गुंज्याल के नेतृत्व में 11 जिलों के लिए 11 टीम बनाई गई। छात्रवृत्ति घोटाले में हरिद्वार से अबतक 50 करोड़ का घोटाला सामने आ चुका है और 12 लोग अबतक सलाखों के पीछे पहुँच चुके है। समाज कल्याण विभाग के अफसर जीआर नौटियाल ने SIT जांच में पक्षपात का आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि SIT जांच केवल हरिद्वार तक सीमित रह गयी है जबकि दून में सबसे ज्यादा छात्रवृत्ति का वितरण हुआ है इसमे पूरे 120 कॉलेज शामिल है। नौटियाल ने आरोप लगाया है कि इन कॉलेज का नाता बड़े नेताओं से होने के कारण सही है जांच नही हो पा रही है।