अमर उजाला के पत्रकार खनन माफिया से रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद। संस्थान ने की दोनों की छुट्टी
रिपोर्ट- जगदम्बा कोठारी
नंबर वन का ढोल पीटने वाला दैनिक अखबार ‘अमर उजाला’ का ब्यूरो चीफ और एक रिपोर्टर रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हुए हैं। चौतरफा किरकिरी होने के बाद अब अमर उजाला ने दोनों रिपोर्टरों को बाहर कर दिया है।
हाल ही में अमर उजाला अखबार के देहरादून यूनिट से जुड़े हरिद्वार के ब्यूरो चीफ राकेश शर्मा एवं उनके सहयोगी पत्रकार जोगेंद्र मावी का हरिद्वार में खनन माफियाओं से सांठ-गांठ करते हुए और रिश्वत लेने का एक स्टिंग वीडियो सामने आया है। वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि, ब्यूरो चीफ राकेश शर्मा खनन माफियाओं से अवैध खनन की खबर ना छापने की एवज में दस हजार रुपए रिश्वत ले रहा है।
ब्यूरो चीफ राकेश शर्मा खनन माफियाओं से खबर नहीं छापने के लिए डील करता देखा जा रहा है। खनन माफिया राकेश शर्मा को टेबल के नीचे से दस हजार नगद रिश्वत देता साफ देखा जा रहा है। राकेश शर्मा खनन माफिया से कहता है कि, इतने पैसे में नहीं होगा! इस पर खनन माफिया का जवाब होता है कि, अभी यह रख लो महीने महीने के आपको मिलता रहेगा। इसके बाद बातचीत आगे बढ़ती है और राकेश शर्मा खनन माफिया को आश्वस्त करते हुए कहता है कि, यदि कोई विभाग की दिक्कत होगी तो मैं तुम्हें पहले से ही इन्फॉर्म कर दूंगा। अगर हमारा ग्रामीण संवाददाता इस अवैध खनन की खबर भी भेजता है तो मैं उसे प्रकाशित नहीं करूंगा।
अमर उजाला अखबार के ब्यूरो चीफ एवं रिपोर्टर का यह वीडियो सामने आने के बाद ‘नंबर वन’ का दावा करने वाले इस अखबार के पत्रकार एक बार फिर ‘नंबरी’ साबित हुए हैं। वीडियो देखकर समझा जा सकता है कि, अमर उजाला के ब्यूरो कार्यालय में किस प्रकार का भ्रष्टाचार है। ग्रामीण संवाददाता अपने रिस्क पर प्रभारियों को खबर भेजते हैं लेकिन उनके ब्यूरो चीफ और संपादक पहले से ही पैसे खा कर बैठे हैं और खबर प्रकाशित नहीं करते। स्टिंग वीडियो के सामने आने के बाद से इस नामी-गिरामी अखबार की बड़ी किरकिरी हो रही है।
रिश्वत लेने का वीडियो सामने आने के बाद से संस्थान ने इन दोनों पत्रकारों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। लेकिन पिछले कुछ समय से इस अखबार के कुछ पत्रकार लगातार सुर्खियों में रहे हैं। कुछ माह पहले अमर उजाला अखबार के ऋषिकेश ब्यूरो चीफ महेंद्र यादव का भी एक स्टिंग सामने आया था। जिसके बाद महेंद्र यादव रंगदारी के मामले में जेल भी गए। कुछ समय पहले देहरादून के सिटी प्रभारी आफताब अजमत का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। एक ही अखबार से जुड़े तमाम प्रकरणों के बाद मीडिया जगत में भी अमर उजाला के प्रति आक्रोश है।