चमोली: नाबालिग छात्राओं से यौन शोषण के गंभीर आरोपों में घिरे राजकीय इंटर कॉलेज गौणा के अतिथि प्रवक्ता यूनुस अंसारी को चमोली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शिकायत दर्ज होने के महज 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को उत्तर प्रदेश के बिजनौर से पकड़ा गया और न्यायालय के आदेश पर 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में पुरसाड़ी जेल भेज दिया गया है।

फेल करने की धमकी देकर करता था उत्पीड़न
घटना का खुलासा 30 नवंबर को तब हुआ, जब दो नाबालिग छात्राओं के परिजनों ने कोतवाली चमोली में शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया गया कि यूनुस अंसारी ने परीक्षा में फेल करने की धमकी देते हुए छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न एवं छेड़छाड़ की।
मामले को गंभीर मानते हुए नायब तहसीलदार के माध्यम से इसे आवश्यक न्यायिक प्रक्रिया के लिए अग्रेषित किया गया।
SP के निर्देश पर बनी विशेष टीम
पुलिस अधीक्षक चमोली सुरजीत सिंह पंवार ने तुरंत संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ उपनिरीक्षक विजय प्रकाश के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की। तकनीकी विश्लेषण, कॉल डिटेल और अन्य इनपुट्स की सहायता से आरोपी की लोकेशन बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में ट्रेस की गई।
1 दिसंबर को प्रभारी निरीक्षक अनुरोध व्यास और महिला उपनिरीक्षक मीता गुंसाई के नेतृत्व में टीम ने बिजनौर में छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
जांच के तहत पीड़ित छात्राओं और संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए गए, साथ ही मेडिकल परीक्षण और स्थल निरीक्षण भी कराया गया।
दो स्थाई निवास प्रमाण पत्र होने का खुलासा
युनुस अंसारी की शर्मनाक घटना उजागर होने के बाद एक और खुलासा सामने आया है, जिसमें आरोपी युनुस अंसारी के पास दो दो जगह के स्थाई निवास


प्रमाण पत्र है, एक उत्तरप्रदेश के नजीबाबाद है दूसरा उत्तराखंड के चमोली जिले का, अब सवाल यह खड़ा होता है कि एक ही व्यक्ति के पास दो जगहों के स्थाई निवास प्रमाण पत्र कैसे हो सकते है, इस खुलासे के बाद यह भी बात सामने आई है कि आरोपी की प्रशासन और राजनीतिक संगठनों से भी अच्छी पकड़ है। जिस कारण उसका उत्तराखंड का फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्र बना दिया गया।
अदालत में पेशी
आरोपी यूनुस अंसारी (49 वर्ष) पुत्र शब्बीर अहमद, निवासी जलालाबाद को जिला एवं सत्र न्यायाधीश चमोली की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिए गए।










