पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में आए दिवाकर भट्ट
रिपोर्ट :- मनोज नौडियाल
कोटद्वार।राज्य में चल रहे पुरानी पेंशन बहाली के सँघर्ष के लिए उत्तराखंड क्रांति दल के अध्यक्ष दिवाकर भट्ट जी ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को अपना समर्थन दिया है। प्रेस से वार्ता में दिवाकर भट्ट ने कहा है कि एक ओर वर्षो तक सेवा करने वालो की पेंशन बन्द की गई है वहीं दुसरो मात्र 5 साल ले लिए चुने जाने वाले सांसदो , विधायको इत्यादि की पेंशन में इत्यादि में उत्तरोत्तर वृद्धि की जा रही है। यह एक असमान व्यवस्था है जिसका उत्तराखंड क्रांति दल विरोध करता है । प्रदेश में संयुक्त मोर्चा के द्वारा चलाये जा रहे आंदोलन में राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा को इस आंदोलन के लिए हर सम्भव सहयोग व समर्थन के लिए आश्वस्त करता है। वरिष्ठ नेता भट्ट ने कहा कि संयुक्त मोर्चा लगातार पुरानी पेंशन बहाली के लिए लगातार प्रयास कर रहा है । और अब पुरानी पेंशन कर्मचारियों का एक अहम मुद्दा बन चुका है।नई पेंशन योजना में सेवानिवृत्त होने के बाद प्राप्त धनराशि गुज़ारे लायक भी नही है। सेवाकाल में मृत्यु होने पर मिलने वाली परिवारिक पेंशन भी अत्यंत अल्प है। पुरानी पेंशन योजना में प्राप्त जी पी एफ सुविधा से कर्मचारी को ऋण लेने की छूट थी जो कि नई पेंशन योजना में कहीं नही है। दिवाकर भट्ट ने कहा कि चुनकर देश की संसद में पहुंचने वाले नेतागण कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की बात करने में न जाने इतना क्यों हिचक रहे हैं जबकि भविष्य के लिहाज से प्रत्येक सरकारी कर्मचारी इस योजना में स्वयम को ठगा महसूस कर रहा है जिसके कारण कर्मचारियों में अत्यंत रोष का माहौल है। बुढापे के सहारे के लिए कर्मचारी सड़को पर हैं। उत्तराखंड का ग्राम्य जीवन आज भी पुरानी पेंशन पर निर्भर है। और भविष्य में भी आत्मनिर्भरता बनी रहनी चाहिए। श्री भट्ट जी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य विषम भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर कर्मचारियों के वेतन तय होने की मांग करते है।