उत्तराखंड में लगातार अजब गजब कारणों में देखने को मिलते रहते हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें शिक्षा विभाग ने मृतक शिक्षक का ही तबादला कर दिया।
मृतक शिक्षक के तबादले की खबर सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर और समाचार पत्रों में विभाग के इस कारनामे की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है।
शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत (dhan Singh Rawat) ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए महानिदेशक विद्यालय शिक्षा को मामले में समिति गठित कर तत्काल जांच के निर्देश दिये।
मंत्री जी ने इस प्रकरण को घोर लापरवाही मानते हुये संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश महानिदेशक शिक्षा को दिये हैं।
शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत (dhan Singh Rawat) ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि रूद्रप्रयाग जनपद में वार्षिक स्थानांतरण-2022-23 के तहत एक मृतक शिक्षक के तबादले का प्रकरण समाने आया है। जिसमें प्रथम दृष्टिया विभागीय अधिकारियों की अपने कार्य एवं दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही प्रतीत होती है।
मामले की गंभीरता को देखते हुये महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी (banshidhar Tiwari) को तत्काल विभागीय समिति गठित कर तीन दिन के भीतर जांच करने कराने के साथ ही लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि मृतक शिक्षक की मौत के चार साल बाद तबादला किया जाना जिम्मेदार अधिकारियों की भारी लापवाही को दर्शाता है।जो कि बर्दाश्त किये जाने योग्य नहीं है।
डॉ0 रावत (dhan Singh Rawat) ने कहा इस प्रकरण की गंभीरता से जांच की जायेगी और जांच में जो भी दोषी पाये जायेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।