मुख्यमंत्री बनते ही तीरथ सिंह रावत ने इन दोनों बड़े फैसलों को सर्वप्रथम तवज्जो दी।
देवस्थानम बोर्ड के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम देवस्थानम बोर्ड में शामिल किए गए 51 मंदिरों को बोर्ड से बाहर किया जाएगा। देवस्थानम बोर्ड के बारे में पुनर्विचार किया जाएगा। चार धामों के तीर्थ पुरोहितों के साथ जल्द ही एक बैठक समायोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि, प्राचीन परंपराओं का पूरी तरह पालन किया जाएगा।
उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी| मुख्यमंत्री तीरथ ने हरिद्वार स्थित सीसीआर टावर पहुंचकर पुलिस सर्विलांस सिस्टम के कमांड एंड कंट्रोल रूम और आदर्श बैरक का उद्घाटन किया। इस शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुलिस की आधुनिकता पर जोर दिया एवं सहयोग की बात कही|
मुख्यमंत्री ने कहा कि, दिव्या कुंभ को पूर्णरूपेण सुरक्षित तरीके से आयोजित करने के लिए हमारी भाजपा सरकार संकल्पवान है।हरिद्वार कुंभ में सुरक्षा एवं समस्याओं के मद्देनजर हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र में 310 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है।
मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि, हरिद्वार कुंभ दिव्य और भव्य होगा। किसी भी श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करने से नहीं रोका जाएगा| मुख्यमंत्री ने साधु संतों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि, साधु संत और श्रद्धालुओं से अपील की कि वह कोविड-19 को देखते हुए केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करें।
कुल मिलाकर त्रिवेंद्र सरकार के फैसलों को पलटने में तीरथ सिंह रावत पूर्णरूपेण सफल रहे है| आगे और देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि, तीरथ सिंह रावत पुराने फैसलों पर क्या एक्शन लेंगे|