लॉकडाउन में बारात निकलना पड़ा दूल्हे को महंगा, काजी समेत 8 लोग गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखण्ड के खटीमा में लॉक डाउन के दौरान एक बिना अनुमति की बारात को पुलिस ने कोतवाली में बैठाया। मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया। उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में पुलिस ने सूचना मिलने के बाद इस्लाम नगर क्षेत्र में छापेमारी की और बिना अनुमति के चल रहे निकाह को रुकवाया। पुलिस ने दूल्हे और दुल्हन पक्ष के कुल 8 लोगों को गिरफ्तार कर उनपर मुकदमा दर्ज कर दिया है। साथ ही उनकी कार को भी सीज कर दिया है।
बता दें कि, कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश के साथ उत्तराखंड में भी लॉक डाउन जारी है। इस दौरान किसी भी प्रकार के सामाजिक और धार्मिक आयोजनों पर बिना अनुमति के रोक लगा दी गई है। इसी संदर्भ में खटीमा पुलिस को देर रात सूचना मिली कि, इस्लाम नगर वार्ड नंबर तीन में अब्दुल रज्जाक के घर में भीड़ एकत्रित है।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची खटीमा पुलिस जहां अब्दुल रज्जाक के घर में उसकी बेटी नजाकत की बारात थी। बारात किच्छा तहसील के सिरौलीकला गांव से आई थी। पुलिस दूल्हे सलीम पुत्र फहीम और शादी करा रहे काजी सहित दोनों पक्षों के कुल आठ लोगों को गिरफ्तार कर कोतवाली ले आई। पुलिस ने धारा 188 का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किए गए 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।
साथ ही कोतवाल खटीमा संजय पाठक ने इसके क्रम में बताया कि, पुलिस को इस्लाम नगर वार्ड नंबर 3 में एक स्थान पर भीड़ इकट्ठी होने की सूचना मिली थी। जिसपर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बिना अनुमति के हो रही शादी को रुकवाया और दूल्हे समेत आठ लोगों को धारा 188 के उल्लंघन करने पर गिरफ्तार कर लिया है। इस्लामनगर का क्षेत्र काफी संवेदनशील है। क्योंकि कल इस्लाम नगर में आठ कोरोना संदिग्ध मिले थे, जिन्हें क्वॉरेंटाइन किया गया है। ऐसे में इस्लाम नगर में भीड़ इकट्ठी होना गंभीर मामला माना जा रहा है।