वाहन के चालान को लेकर हंगामा। पत्रकार को पुलिस ने मारा डंडा
ब्यूरो रिपोर्ट- विशाल सक्सेना
उधम सिंह नगर। कुछ दिन पूर्व दिनेशपुर उधम सिंह नगर स्थित स्व चिरंजन रहा इंटर कॉलेज में सांय एक क्लब की जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर मीटिंग चल रही थी, जिसमें की एक वाहन सांख्य Uk06 As3850 जोकि स्व चिरंजन राह इंटर कालेज ‘स्टेडियम गेट’ के सामने कच्ची जमीन पर खड़ा हुआ था, जिसका दिनेशपुर पुलिस द्वारा चालान कर दिया गया।
इस बात की भनक क्लब के अध्यक्ष को लगी तो उन्होंने होम गार्ड से सवाल जवाब किया कि, आपने बगैर किसी मतलब के वाहन का चालान कैसे कर दिया। इस बात पर होम गार्ड से काफी बहसबाजी हुई। और होम गार्ड द्वारा थाने में सूचना कर पुलिस जिप्सी बुला ली गई, जोकि एक बिना बर्दी का प्राइवेट व्यक्ति चला रहा था, जिसमें एसआई नवीन सुयाल अपने सिपाहियों संग सवार थे।
जिन्होंने आते ही अपनी पूछताछ शुरू की और जोर-जोर से सबको हड़काने लगे। रुद्रपुर से अपने घर की ओर लौट रहे एक पत्रकार जो कि, एक प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान के कुमाऊं प्रभारी है, ने बीच रोड पर पुलिस वाहन और भीड़ देख कर अपने वाहन को आगे साइड में लगा कर पूछा कि क्या हुआ, भीड़ कैसे जमा है तब तक एसआई नवीन सुयाल के आदेश पर सिपाहियों ने डंडे बरसाने शुरू कर दिए।
जिसमें की सिपाही द्वारा पत्रकार को भी पीटा गया, जबकि पत्रकार द्वारा कहा गया कि, मैं पत्रकार हूं लेकिन फिर भी सिपाही द्वारा डंडा मार दिया गया और क्लब अध्यक्ष को जिप्सी में बैठा कर थाने ले गए।
थाने का वाहन एक प्राइवेट व्यक्ति चला रहा था’ मामले की भनक क्लब के सदस्यों को लगी तो सभी थाने में एकत्रित हो गए, लेकिन तब तक पुलिस क्लब अध्यक्ष को मेडिकल के लिए ले गई थी और रात्रि में ही छोड़ दिया गया।
पत्रकार को मारा डंडा
इस मामले में पत्रकार का कहना है कि, मैं तो सिर्फ रुद्रपुर से घर लौट रहा था। बीच रोड पर पुलिस वाहन और भीड़ देख कर अपना वाहन साइड में खड़ा कर पूछने के लिए गया था कि, क्या हुआ? लेकिन दरोगा जी ने डंडे चलवा दिए।
पत्रकार का कहना है कि, डंडा मारने की हरकत से क्षेत्र में काफी छवि खराब हो रही है और जिनके आदेश पर डंडे बरसाए गए थे, उन्हें और सिपाही को सार्वजनिक तौर पर उक्त पत्रकार से माफी मांगनी चाहिए और डंडे चलवाने का कारण स्पष्ट करें। अन्यथा प्रदेश के सभी पत्रकारों को एकत्रित कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
क्षेत्र में हो रहे अवैध धंधे पर पुलिस मौन
एक तरफ पुलिस नशा मुक्त अभियान चलाती है तो दूसरी तरफ क्षेत्र में अवैध रूप से बिक रही कच्ची शराब पर चुप्पी साधे हुए है। बताते चले कि क्षेत्र में कच्ची शराब का जखीरा इतना बढ़ गया है कि, अपने निजी वाहनों से क्षेत्र में कच्ची शराब की सप्लाई की जाती है।
वहीं कहीं-कहीं निजी होटल खोल उसमें बेची और पिलाई जाती है, लेकिन इस मामले में पुलिस बिल्कुल आंखे मूंद कर बैठी है। ऐसे मामले में कोई कार्यवाही करती नजर नहीं आती। क्षेत्र में ही कई जगह कच्ची शराब की बिक्री होती है, लेकिन पुलिस बिल्कुल चुप्पी साधे बैठी हैं।