फेसबुक पोस्ट में कड़ी चेतावनी, अजेय कुमार की तस्वीर के साथ उठाया सवाल “अगर गुनाहगार है तो अब तक खुले में क्यों घूम रहा है?”
देहरादून, उत्तराखंड:
प्रसिद्ध समाजसेवी और जनहित के मुद्दों पर मुखर रहने वाले रोशन रतूड़ी ने एक बार फिर सिस्टम और सत्ता को खुली चुनौती दे दी है। रतूड़ी ने अपने आज के फेसबुक पोस्ट में भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री अजेय कुमार की तस्वीर साझा करते हुए कई तीखे सवाल खड़े किए हैं, जिससे सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है।

पोस्ट में उन्होंने लिखा:
“पार्टियां जायें कचरे के डिब्बे में! मेरे लिए इंसानियत सर्वोपरि है! सबसे पहले माँ बहनों की सुरक्षा है!”
और आगे जोड़ा “सुनने में आया! कौन-कौन इसको जानता है! उत्तराखंड की देवतुल्य जनमानस पहचान क्या यही है वो VVIP जिसको स्पेशल सर्विस चाहिए थी? लकड़ी भी जल रही है और धुआँ भी पूरी ज़ोर से उड़ रहा है! बताओ ये किसी पार्टी का (प्रदेश संगठन मंत्री) है! अगर यह गुनाहगार है तो इसको भी कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए ये खुले में क्यों घूम रहा है?”
सीधा हमला: नाम नहीं, पर तस्वीर सब कुछ कह रही है
हालाँकि रतूड़ी ने नाम नहीं लिया, लेकिन अजेय कुमार की तस्वीर स्पष्ट इशारा करती है कि उनका सवाल भाजपा संगठन मंत्री से ही जुड़ा है। यह पोस्ट केवल नैतिक सवाल नहीं उठाती, बल्कि कानूनी और प्रशासनिक जवाबदेही की मांग भी करती है।
अंकिता भंडारी केस की आंच अब भी सुलग रही है?
पिछले कुछ समय में अंकिता भंडारी हत्याकांड जैसे मामलों ने राज्य को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे में जब रतूड़ी “लकड़ी जलने” और “धुआँ उड़ने” की बात करते हैं, तो वह किसी दबे हुए अपराध, राजनीतिक संरक्षण या प्रशासनिक चुप्पी की ओर इशारा कर रहे हैं।
रतूड़ी का स्पष्ट संदेश:
“कोई भी पार्टी का हो, देश और जनता से ऊपर नहीं है! कितना भी बड़ा गुंडा हो, नेता हो, माफिया हो बिल्कुल बख्शा नहीं जाना चाहिए!”
अब सवाल ये उठता है:
क्या अजेय कुमार ही हैं जिनपर गंभीर आरोप है
क्या राज्य सरकार और भाजपा नेतृत्व को इस विषय में स्पष्टीकरण देना चाहिए?
क्या यह पोस्ट एक बड़े खुलासे की शुरुआत है?