उत्तराखंड : जो घर समझा मंदिर समान उस घर मिले अपराधी तमाम। ऐसा ही कुछ देवभूमि उत्तराखंड कहे जाने वाले राज्य में देखने को मिला हैं। उत्तराखंड जो अपनी पर्यावरण खूबसूरती के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी अत्यंत अग्रिम राज्य कहा जाता है वहीं पर 2022 में बलात्कार के मामले बाकी और अपराधों से कहीं ज्यादा देखने को मिले है। डकैती, लूट, फिरौती के लिए अपहरण तथा दहेज हत्या के अपराध दर्ज तो हर जिले में नहीं हुए लेकिन बलात्कार के अपराध प्रत्येक जिले में दर्ज हुये है। यह खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ है।
काशीपुर के रहने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने पुलिस मुख्यालय से वर्ष 2022 के गंभीर अपराधों की संख्या इंफॉर्मेशन ( जानकारी) मांगी थी। नदीम को उपलब्ध जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 में उत्तराखंड में कुल 1321 गंभीर अपराध हुये हैं। इसमें 872 बलात्कार, 19 डकैती, 170 लूट, 187 हत्या, 3 फिरौती के लिये अपहरण तथा 70 दहेज हत्या के अपराध शामिल है।
प्राप्त सूचना के अनुसार उत्तराखंड के 13 जिलों में वर्ष 2022 में 872 बलात्कार के अपराध दर्ज हुए हैं। जिसमें उधम सिंह नगर जिले में 247 हरिद्वार में 229 तथा देहरादून जिले 184 केस दर्ज हुये हैं। बलात्कार के सबसे कम एक अपराध रूद्रप्रयाग जिले में दर्ज हुआ है। अन्य जिलों में नैनीताल में 103, अल्मोड़ा में 16, पिथौरागढ़ में 17, बागेश्वर में 10, चम्पावत में 7, उत्तरकाशी में 13, टिहरी गढ़वाल में 15, चमोली में 9 तथा पौड़ी गढ़वाल जिले में 20 बलात्कार के अपराध दर्ज हुये हैं। रेलवे पुलिस (जी.आर.पी) में भी एक अपराध दर्ज हुआ है।
हत्या के मामले
सबसे गंभीर माना जाने वाले अपराध हत्या के भी कुल 187 अपराध हुए है। जिसमें सभी 13 जिलों के अपराध शामिल हैं। सर्वाधिक 49 हत्याएं ऊधमसिंह नगर जिले तथा दूसरे स्थान पर 39 हरिद्वार तथा तीसरे स्थान पर 34 देहरादून जिले में हुई हैं। सबसे कम 1 हत्या का अपराध चमोली जिले में हुआ है। अन्य जिलों में 22 नैनीताल, 2 अल्मोड़ा, 4 पिथौरागढ़, 5 बागेश्वर, 4 चम्पावत, 6 उत्तरकाशी, 3 टिहरी गढ़वाल, 4 रूद्रप्रयाग, 14 पौड़ी गढ़वाल जिले में हत्या के अपराध शामिल है।
डकैती के मामले
डकैती के 19 अपराध वर्ष 2022 में उत्तराखंड के केवल पांच जिलों में हुये हैं। इसमें सर्वाधिक 8 हरिद्वार, 5 ऊधमसिंह नगर, 4 देहरादून तथा 1-1 नैनीताल व अल्मोड़ा में हुए हैं।लूट के 170 अपराध 9 जिलों में हुये हैं। इसमें सर्वाधिक 62 देहरादून, 40 ऊधमसिंह नगर, 37 हरिद्वार, 19 नैनीताल, 3-3 अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ तथा जी.आर.पी, 1-1 बागेश्वर, टिहरी गढ़वाल, चमोली जनपद में हुए हैं।
फिरौती के मामले
फिरौती हेतु अपहरण (364ए) के 3 अपराध उत्तराखंड के केवल दो जिलों में हुये है। इसमें 2 उधमसिंह नगर तथा 1 हरिद्वार जनपद का अपराध शामिल है। दहेज हत्या के 70 अपराध उत्तराखंड के 9 जिलों में हुये हैं। इसमें सर्वाधिक 24 उधमसिंह नगर, 20 हरिद्वार, 9 नैनीताल, 8 देहरादून, 3-3 पिथौरागढ़ व टिहरी गढ़वाल, 1-1 बागेश्वर, चम्पावत तथा पौड़ी गढ़वाल में हुए हैं।