नई दरों पर एक नजर:
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100 यूनिट तक: 3.40 रुपये से बढ़ाकर 3.65 रुपये प्रति यूनिट
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101 से 200 यूनिट तक: 4.90 रुपये से बढ़ाकर 5.25 रुपये प्रति यूनिट
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201 से 400 यूनिट तक: 6.70 रुपये से बढ़ाकर 7.15 रुपये प्रति यूनिट
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400 यूनिट से अधिक: 7.35 रुपये से बढ़ाकर 7.80 रुपये प्रति यूनिट
वजह क्या है?
नियामक आयोग का कहना है कि बिजली उत्पादन और वितरण की लागत में वृद्धि के कारण दरों में यह बढ़ोतरी अनिवार्य थी। इस कदम से बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलेगी।
जनता की नाराजगी:
स्थानीय लोगों और उपभोक्ताओं ने इस निर्णय पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि पहले ही रोजमर्रा की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं और अब बिजली के बिल भी जेब काटेंगे। कई लोगों ने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
सरकारी पक्ष क्या कहता है?
ऊर्जा विभाग का मानना है कि यदि बिजली की आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त रखना है तो इस तरह की दर संशोधन आवश्यक हो जाते हैं।
कब से लागू होंगी नई दरें?
नई बिजली दरें जल्द ही लागू कर दी जाएंगी, ऐसे में उपभोक्ताओं को अपने अगले बिजली बिल में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
निष्कर्ष:
इस फैसले ने आम जनता की चिंता बढ़ा दी है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस बढ़ती नाराजगी को कैसे संभालती है और क्या किसी तरह की राहत दी जाती है या नहीं।