देहरादून। त्योहारी सीजन पर मोटा मुनाफा कूटने के बाद भी कर जमा करने में आनाकानी करने वाले पटाखा कारोबारी राज्य कर विभाग (स्टेट जीएसटी) के रडार पर आ गए हैं।
राज्य कर की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) देहरादून ने दून, विकासनगर और ऋषिकेश के 05 बड़े पटाखा कारोबारियों पर छापेमारी की। इस दौरान जीएसटी अधिकारियों ने स्टाक और बिक्री की जांच की।
शनिवार को आयुक्त राज्य कर डॉ अहमद इकबाल के दिशा- निर्देश के क्रम में अपर आयुक्त (गढ़वाल जोन) पीएस डुंगरियाल और संयुक्त आयुक्त (एसएआइबी/प्र.) अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की गई।
जीएसटी अधिकारियों इस दौरान देहरादून में 02, ऋषिकेश में 02 और विकासनगर में 01 पटाखा प्रतिष्ठान की जांच की। टीम ने पटाखा बिक्री से संबंधित तमाम दस्तावेज कब्जे में लिए।
पता चला कि घोषित स्टाक, मौजूद स्टाक और वास्तविक बिक्री मूल्य में भारी अंतर है। उपायुक्त अजय बिरथरे ने बताया कि स्टाक और बिक्री में गड़बड़ी को स्वीकार करते हुए पटाखा व्यापारियों ने मौके पर ही 20 लाख रुपए जमा करा दिए हैं।
कब्जे में लिए गए दस्तावेज की जांच गतिमान है। जिसके बाद भी वास्तविक कर चोरी की स्थिति सामने आ सकेगी। छापेमारी में सहायक आयुक्त टीकाराम चिन्याल, धर्मवीर सिंह, श्याम दत्त शर्मा आदि शामिल रहे।
अब ड्राइफ्रूट्स और बिजली के सजावटी समान पर भी निगाह
राज्य कर विभाग की एसआइबी के उपायुक्त अजय बिरथरे के अनुसार त्योहारी सीजन को देखते हुए पटाखों के साथ ड्राफरूट्स, बिजली के सजावटी सामान विक्रेताओं पर निगाह रखी जा रही है।
इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। सभी व्यापारियों से अपील है कि वह बिक्री के अनुसार कर जमा करें। ताकि उन्हें अनावश्यक रूप से जीएसटी जांच का सामना न करना पड़े।