देहरादून : उत्तराखंड पुलिस की सख्ती से बंद हुए अवैध खनन से परेशान होकर एक युवक ने आईपीएस अधिकारी बनकर फायदा पुलिस से काम निकलवाने का प्रयास किया । दरअसल इस युवक ने पुलिस का बड़ा अधिकारी बनाकर 12 अक्टूबर को उपनिरीक्षक प्रवीण सैनी, चौकी प्रभारी कुल्हाल के मोबाइल पर कॉल करके हिमाचल की ओर से 05-06 डंफर अवैध प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी भिजवाने के लिए कहा। उक्त अज्ञात व्यक्ति के मोबाइल नम्बर की आईडी चैक की गई तो आईडी किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पाई गई। जिस पर उक्त व्यक्ति पर संदेह होने पर चौकी कुल्हाल पर धारा 419 आई०पी०सी० के अंर्तगत मुकदमा पंजीकृत किया गया एवं अभियुक्त को उसके मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर देहरादून स्थित केनाल रोड से गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त से बरामद आई-10 कार नंबर: डीएल-10सीएच-5770 को सीज कर कब्जे पुलिस लिया गया। अभियुक्त की तलाशी में उसके पास से 02 मोबाइल फोन बरामद हुए जिनमें से एक फोन के माध्यम से अभियुक्त द्वारा स्वंय को आईपीएस अधिकारी बताकर कॉल किया गया था।अभियुक्त से पूछताछ में उसने अपना नाम तारिक अनवर पुत्र स्व० जयाउद्दीन निवासी ग्राम फेनारा, थाना फेनारा, जिला ईस्ट चंपारण, बिहार हाल पता मकान नंबर 209/16 शाहीनबाग, दिल्ली उम्र 39 वर्ष बताया। अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मैं दिल्ली में गारमेंट व हैंडीक्राफ्ट का व्यवसाय करता हूं तथा मैने केनाल रोड स्थित चालांग में अपनी पत्नी के नाम पर जमीन खरीदी है। मुझे उक्त जमीन पर निर्माण कार्य हेतु हिमांचल से आने वाली धुली बजरी की जरूरत थी, परन्तु बार्डर पर पुलिस की बहुत ज्यादा सख्ती/चैकिंग होने के कारण मुझे कही से भी पोंटासाहिब हिमाचल की और से आने वाली धुली बजरी नहीं मिल पा रही थी। जिस पर मैंने पुलिस विभाग का बड़ा अधिकारी बनकर अपना काम निकाले जाने की योजना बनाई तथा स्वंय को आईपीएस अधिकारी बताकर 05-06 डंफर अवैध प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी सस्ते दाम पर भिजवाने हेतु चौकी प्रभारी कुल्हाल को अपने मोबाइल नंबर से कॉल कर दबाव डाला गया।