रोडवेज बस चालक हड़ताल पर चले गए। चालकों ने प्रदर्शन कर नए कानून का विरोध किया। जिसका असर प्रदेश के साथ-साथ रामनगर, हल्द्वानी, देहरादून, हरिद्वार और रुड़की में भी देखने को मिल रहा है। इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि, हिट एंड रन केस के नए प्रावधान को लेकर ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी एसोसिएशन ने केंद्र सरकार की ओर से लागू नए प्रावधान को लेकर नाराजगी जताई और विरोध में प्रदर्शन भी किया।
चालकों का दावा है कि नए प्रावधान ने उन्हें आत्मसमर्पण की भावना में डाला है, और इससे कई चालक नौकरी छोड़ने का नतीजा है। उनके अनुसार, जब किसी दुर्घटना का अनुभव होता है, तो चालक बचने के इरादे से नहीं बल्कि जान बचाने के लिए भागता है, और इस तरह के नए प्रावधान से उन्हें डर का सामना करना पड़ रहा है।
हिट एंड रन कानून के खिलाफ हुई हड़ताल ने राज्य के कई इलाकों में यात्रीगण को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इसके चलते बसें नहीं चलने से लोगों को यात्रा करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मुद्दे पर सरकार से बातचीत का आदान-प्रदान हो रहा है और चालक समृद्धि की सुरक्षा के लिए और नए कानून में संशोधन की मांग कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्रीमंडल ने वाहन से दुर्घटना होने पर चालक पर लगने वाले जुर्माने और सजा के प्रावधान पर पुनः विचार करने की मांग की है। इसके बावजूद, ट्रांसपोर्ट सेवाएं अब तक ठप्प हैं और लोगों को यात्रा में बहुत ही असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।