सीएम धामी मंगलवार की सुबह केदारनाथ धाम पहुंचे, उन्होंने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा और यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया । धामी ने केदारनाथ में पूर्ण हो चुके सरस्वती आस्था पथ का निरीक्षण किया निर्माणाधीन मंदाकिनी आस्था पथ को अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।केदारनाथ परिसर के आस-पास हो रहे पहाड़ी शैली में भवनों के निर्माण कार्यों की जानकारी भी ली।
मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए धामी ने केदार घाटी के निर्माण योगदान दे रहे श्रमिकों का हालचाल पूछा और उनकी हर समस्या को दूर करने के निर्देश दिए उन्होंने श्रमिकों से बात कर निर्माण कार्यों में आ रही समस्याओं को जाना एवं उनके अहम योगदान के लिये धन्यवाद दिया उन्होंने ने मंदिर परिसर के आसपास मुख्य मार्ग में अस्त-व्यस्त पड़े मलबे, निर्माणाधीन सामग्री को हटाए जाने के निर्देश दिए।उन्होंने बर्फ पिघलने के साथ ही निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने सीएम धामी को अवगत करवाया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार प्रवेश द्वार बनाया जाएगा. साथ ही बरसात के दौरान यात्रियों की सुविधा अनुसार ड्रेनेज सिस्टम को विकसित किया जाएगा। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि वर्तमान में केदारनाथ धाम के निर्माण हेतु करीब 700 श्रमिक कार्यरत हैं. उन्होंने बताया केदारघाटी में ब्रह्म कमल वाटर पार्क का निर्माण किया जाएगा।
सीएम धामी ने केदारनाथ ट्रैक की जानकारी लेते हुए यात्रियों की सुविधा अनुसार विभिन्न जगहों पर ठहरने, पानी एवं बरसात के दौरान रैन सेटर के निर्माण कार्यों में गति लाने की बात कही। सीएम धामी ने मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के किनारे सुरक्षा दीवार के साथ रेलिंग के निर्माण कराए जाने की बात कही। साथ ही उन्होंने वासुकी ताल ट्रैक को विकसित किए जाने से संबंधित जानकारी लेते हुए इसमें शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस दौरानसीएम धामी ने केदार घाटी का निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों अनुसार किए जाने की बात कही।