जन प्रतिनिधियों के पतियों की हस्तक्षेप के कारण विकास से कोसों दूर हुआ नगर पंचायत
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली। नगरपंचायत बने हुए 2 वर्ष पूरे होने को आये हैं। लेकिन थराली नगरपंचायत की दशा आए दिन सुधरने के बजाय बिगड़ती जा रही है। इन दिनों नगर में राजनीति गरमाई हुई है। वही चुने हुए जनप्रतिनिधियों के द्वारा नगर के अनेक कार्यों पर नेतागिरी की हनक दिखाई दे रही है। थराली नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी बीना नेगी का जिले में तबादला होना नगरपंचायत के लिए कई सवाल खड़े कर रहा है। वही राजनीति आए दिन चरम सीमा पर है।
आपको बताते चलें कि, चुने हुए जनप्रतिनिधियों के पति इन दिनों नगरपंचायत के तमाम कार्यों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। वही चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने पद नहीं संभाल पा रहे हैं। जिसके चलते नगरपंचायत में सभासदों एवं अध्यक्ष के बीच आए दिन रोष व्याप्त है। वही नगर के हालात सुधरने के बजाय आए दिन बिगड़ते जा रहे हैं। विकास की बात करें तो नगर थराली विकास से अभी कोसों दूर है। नगर क्षेत्र में सड़कों की हालत खस्ता बनी हुई है। सड़कों के किनारे नाली नहीं होने से पानी सड़कों में बह रहा है।
जिससे बड़े-बड़े गड्ढे बन रहे है। आये दिन सड़क हादसों का डर बना हुआ है। लाखो रुपये के मोबाइल टॉयलेट की बात की तो वह सड़कों के किनारे एवं नालियों के किनारे पड़े हुए है। लाखों रुपए की संपदा ऐसे ही बर्बाद हो रही है।
वही नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी बीना नेगी का कहना है कि, उनका तबादला जिले में हो चुका है। अब नगर पंचायत थराली का कार्यभार जिलाधिकारी के द्वारा उपजिलाधिकारी को सौंपा गया है।