कोरोना काल में खनन माफियाओं का अवैध खनन पर राज
देहरादून। कोरोना संकट काल में जहां देश में लॉकडाउन जारी है, आमजन के काम-धंधे सब ठप पड़े हुए थे, तो वहीं खनन माफियों की इन दिनों बल्ले-बल्ले हो रखी है। एक ओर तो शासन-प्रशासन कोरोना महामारी से जनता को बचाने में व्यस्त है वहीं दूसरी ओर इसी व्यवस्ता का फायदा उठाते खनन माफियाओं की सक्रियता भी बढ़ गयी है। जिसका ताजा मामला देहरादून की जीएमएस रोड़ पर स्तिथ एक कंस्ट्रक्शन साइट का है। जहां बिना रॉयल्टी जमा किये हुवे बिना रमन्ना पास के मिट्टी का खनन किया जा रहा था। जब इसकी सूचना क्षेत्र के थाना पटेलनगर को दी गई तो थाना पटेलनगर ने मोके पर एक पोकलेम्प व एक डंपर बरामद किया। जिसको मोके पर ही सीज कर दिया गया।जिसकी फाइल अब अपर जिला अधिकारी अरविंद पांडे को अग्रेसित कर दी गई। जानकारी के अनुसार अपर जिला अधिकारी अरविंद पांडे ने तुरन्त इस पूरे प्रकरण में संज्ञान लेते हुवे इसकी जांच एसडीएम गोपाल बिनवाल को सौंप दी है। जिला खनन अधिकारी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि, खनन बिना रॉयल्टी जमा कराएं व बिना रमना के गाड़ी में मिट्टी दूसरी साइड में जमा हो रही थी। अब सवाल यह उठता है कि, क्षेत्रीय खनन अधिकारियों व लोकल थाना-चौकियों का ऐसे प्रकरणों में ध्यान न देना कहीं न कहीं इनकी संलिप्ता भी जाहिर करती है।
आपको बता दें कि यह सारी चोरी की मिट्टी एक सरकारी विभाग में ही डंप हो रही थी, अब इसकी जांच की आंच सरकारी विभाग के कर्मचारियों पर भी पड़ सकती है।
ग़ौरतलब है कि, आखिर बिना रमना लिए चोरी की मिट्टी कैसे सरकारी विभाग में डंप हो रही थी। सरकारी विभाग में मिट्टी डंप का टेंडर 39 लाख का स्वीकृत हुआ। फिलहाल यह सब अभी जांच का विषय बना हुआ है।